आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोई नई चीज नहीं है कई दशकों से इसके ऊपर खोज होती रही है बहुत-से देशों के साइंटिस्ट अलग-अलग तरीके से इसकी खोज कर रहे है वहीं, चैट जीपीटी आने के बाद कुछ लोगों की चिंता और बढ़ गई है उनको डर लग रहा है कहीं भविष्य में एआई इंसानों की नौकरी ना छीन ले लेकिन आपको तो पता ही होगा जिस चीज के नुकसान होते है उसके बहुत से फायदे भी होते है पर पहले ये जान लेते है आखिर ai kya hai
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है
पिछले कुछ सालों में आपने Artificial intelligence के बारे में बहुत कुछ सुना होगा, आप इसका इस्तेमाल भी कर रहे होंगे जैसे कि iPhone की Siri या Google Assistant में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को हिंदी भाषा में (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) के नाम से जाना जाता हैंटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में इंसानों ने आज इतना विकास कर लिया है कि हम अपने ही तरह सोचने, समझने और सीखने की क्षमता रखने वाले रोबोट बना रहे है जो ठीक हमारी तरह सोच समझ सकते हैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक अच्छी technology के साथ-साथ इंसान के लिए भी काफी महत्वपूर्ण चीज़ है पर जब से chatgpt आया है तब से Ai की काफी चर्चा हो रही है हालांकि, इसकी शुरुआत बहुत पहले हुई थी जब scientists ने इंसानों की तरह काम करने और उनकी तरह सोचने वाले Computer Program बनाए थे।
इतिहास
Ai लंबे समय से मौजूद है, लेकिन 1950 के दशक में scientists ने इसका गंभीरता से अध्ययन करना शुरू किया scientists और physicists के पास Ai को बनाने का विचार था पर इसको लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया फिर बाद में Alan Turing ने सुझाव दिया कि कंप्यूटर अपने पास मौजूद जानकारी का उपयोग करके समस्याओं को हल कर सकता हैं।लेकिन समस्या ये थी कि उस समय के कंप्यूटर इन सब चीजों को सही से कर नहीं पाते थे जो उन्हें करना चाहिए, साथ ही इसके लिए पैसा जुटाना भी काफी मुश्किल था लेकिन 1974 तक, कंप्यूटर बहुत-ही Advance और अधिक लोकप्रिय हो गए थे। ये ज्यादा से ज्यादा जानकारी अपने पास Store कर सकते थे। और उसके आधार पर कोई भी निर्णय ले सकते है
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एआई कितना सुरक्षित है, इसके बारे में लोगों की अलग-अलग राय है। कुछ विशेषज्ञ सोचते हैं ये भविष्य में खतरनाक हो सकता है, लेकिन बहुत लोग इस बात से सहमत नहीं हैं। विशेषज्ञ का कहना है यदि हम इसको लेकर सावधानी नहीं बरतेंगे, तो भविष्य में कुछ बुरी चीजें घटित हो सकती है
नुकसान
1. उच्च लागत
ऐसी मशीनें बनाना जो इंसान की तरह सोच और बोल सके, इनको बनाना काफी मुश्किल है। इनको बनाने के लिए लंबा समय, बहुत सारे पैसा और बेहतरीन तकनीक लगती है इसका मतलब किसी भी एआई को बनाने के लिए काफी पैसा खर्च किया जाता है
2. बेरोजगारी
Ai के आने से बहुत से लोगो की Jobs खतरे में आ गई है ये इंसानों के बहुत से कामों को आसानी से कर सकता है वो भी बिना गलती किए, एआई के चलते लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है वहीं कुछ लोगों का कहना है भविष्य में इसके चलते लोगों के लिए काम मिलना मुश्किल हो जाए
3. इंसान को आलसी बनाओ
इस टेक्नोलॉजी ने जितना हमारे काम को आसान कर दिया है उतना ही हमें आलसी भी बना दिया है आज लोग ज्यादातर कामों के लिए एआई का इस्तेमाल कर रहे है लेकिन AI पर बहुत अधिक निर्भर रहना आने वाली पीढ़ियों के लिए समस्याएँ पैदा कर सकता है।
4. कोई भावना नहीं
इंसानों में भावना होती है लेकिन एआई में भावनाए नहीं होती जब इंसान को निर्णय लेना होता हैं, तो वो सोचता हैं कि इससे उन्हें या दूसरों को कैसा महसूस होगा। लेकिन एआई और रोबोट में भावनाएं नहीं होती हैं, इसलिए ये केवल अपने पास मौजूद Data के आधार पर सोचते हैं कि सबसे अच्छा विकल्प क्या है। भले ही हम एआई को अपनी भावनाओं को समझना सिखा दें, लेकिन फिर भी ये इंसानों की भावनाओं को पूरी तरह से नहीं समझ सकता है
5. कोई सुधार नहीं
ये उन्हीं कामों को कर सकता है जिसके लिए इसको trained किया गया है। ये दोहराए जाने वाले कार्यों को करने में अच्छा है, यदि हम इससे कुछ अलग करने के लिए कहते हैं, तो ये बहुत बार गड़बड़ कर देता है इसलिए, हम एआई के द्वारा किए गए काम पर पूरी तरह से भरोसा से नहीं कर सकते, अगर हम चाहते हैं कि ये कुछ नया सीखे या किसी चीज़ में बेहतर हो जाए, तो हमें इसके Programming को बदलना होगा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंसानों की तरह सोच नहीं सकता है अभी के समय में, पर ये बहुत-सी जानकारी को याद रख सकता है
महत्व
एआई वह काम कर सकता है जो लोग अपने दिमाग से कर सकते हैं, जैसे सोचना, सीखना, समस्या-समाधान और ये मनुष्यों की तुलना में अधिक तेजी से काम कर सकते हैं क्योंकि इन्हें सिखाया गया है कि कैसे काम करना है। तकनीक की मदद से Ai अब इंसानों से भी बेहतर तरीके से काम कर सकते हैं। आने वाले समय इसका महत्व और बढ़ जाएगा क्योंकि किसी भी मामले ये इंसान से पीछे नहीं हैAI कैसे काम करता है
जब आप कोई प्रश्न पूछते हैं, तो Ai यह पता लगाने कि कोशिश करता है आपको किस प्रकार की सहायता की आवश्यकता है फिर, वह उत्तर देने के लिए बड़ी मात्रा में डेटा और अपने एल्गोरिदम और जो लोगों से बातचीत कर के सीखता है उसका उपयोग करता है। यह जितना अधिक लोगों से बात करता है, उतना ही उनकी मदद करने में बेहतर होते जाता है।AI कितने प्रकार के होते हैं
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सात प्रकार के होते है:- नैरो इंटेलिजेंस
- जनरल इंटेलिजेंस
- रिएक्टिव मशीनें
- थ्योरी ऑफ़ माइंड
- सुपरइंटेलिजेंस
- सेल्फ अवेयर
- लिमिटेड मेमोरी
- नैरो इंटेलिजेंस: जिसे कमजोर एआई के नाम से भी जाना जाता है, ये अपने आप नई चीज़ें नहीं सीख सकता, लेकिन जिन चीज़ों के लिए इसे बनाया गया है उनमें ये अच्छी तरह से काम करता है। इन कामों को करने के लिए ये कंप्यूटर प्रोग्राम और एल्गोरिदम का उपयोग करता है।
- जनरल इंटेलिजेंस: इसे हम सामान्य एआई भी कह सकते है ये (नैरो इंटेलिजेंस) से advance है जो इंसानों की तरह कई काम कर सकता है। यह नई चीज़ें सीख सकता है, समस्याओं के बारे में सोच सकता है और सभी प्रकार के कार्य कर सकता है। भविष्य में ऐसी और मशीनें बनने वाली है जो इंसानों की तरह सोच सके और उनके रोजमर्रा के जीवन में काम आ सकें।
- रिएक्टिव मशीनें: ये स्मार्ट मशीनो की तरह होता हैं जो अपने आस-पास होने वाली चीजों को तुरंत समझ सकता हैं और जवाब दे सकता हैं। लेकिन जो पहले हुआ था उसे याद नहीं रख सकता या उससे सीख नहीं सकता इसका मतलब है कि ये सरल कार्यों को खुद करने में सहायक हैं उदाहरण के लिए, आपके ईमेल इनबॉक्स से स्पैम को फ़िल्टर करना या नेटफिलिक्स पर आप जो खोज देख रहे है उसके आधार पर आपको पसंद आने वाली फिल्मों का सुझाव देना
- थ्योरी ऑफ़ माइंड: अभी, एआई तकनीक चीजों को याद रखने और उनसे सीखने में अच्छा है, लेकिन ये Feeling जैसी चीजों को नहीं समझ सकता है या अपने आसपास की दुनिया में होने वाले छोटे बदलावों को नोटिस नहीं कर सकता यह अभी भी इंसानों जितना स्मार्ट नहीं है अभी, ऐसा कोई कंप्यूटर प्रोग्राम नहीं है जो पूरी तरह इंसान को समझ सके, कुछ लोग चिंतित हैं अगर Ai भावनाओं को समझने लगा तो ये नौकरियों पर कब्ज़ा कर सकता है हालांकि, अभी इसमें लंबा समय है
- सुपरइंटेलिजेंस: ऐसा कंप्यूटर प्रोग्राम है जो इंसानों से भी बेहतर सोच और सीख सकता है। कहा जाता है यदि कंप्यूटर इंसान से ज्यादा बुद्धिमान हो जाता है, तो वह मनुष्यों की तुलना में अधिक तेजी से किसी भी कार्य सीख सकता और कर सकता है ऐसा इसलिए है क्योंकि हमारे दिमाग की सोचने कि एक सीमा होती है कि वो कितना सोच सकता हैं, लेकिन मशीनों के पास वो सीमा नहीं है
- सेल्फ अवेयर: इसका मतलब है कि मशीनें न केवल यह समझने में सक्षम होंगी कि दूसरे लोग कैसा महसूस करते हैं और क्या सोचते हैं, बल्कि वे अपनी भावनाओं और विचारों को भी समझ सकेंगी। जब हम आत्म-जागरूक एआई बना लेंगे हैं, तो हमारे पास ऐसी मशीनें होंगी जो इंसानों की तरह स्मार्ट होगी फिर इनकी भी भावनाएं, अपनी ज़रूरतें यहां तक कि इच्छाएं भी हो सकती हैं। कुछ लोगों को चिंता होती होगी अगर ऐसा हो गया तो हम इन्हें नियंत्रित नहीं कर पाएंगे क्योंकि वे बहुत Advance और स्वतंत्र हो जाएंगे और इनकी बुद्धि मानव के बराबर होगी।
- लिमिटेड मेमोरी: इसका मतलब है कि Ai अतीत की चीजों को याद रख सकता है और भविष्य के बारे में बेहतर अनुमान लगाने के लिए उस जानकारी का उपयोग कर सकता है। ये एआई को सीखने और सुधारने में मदद करता है। एआई इस सीमित मेमोरी का उपयोग सरल निर्णय लेने और इसके आसपास होने वाली चीजों पर प्रतिक्रिया करने के लिए कर सकता है इस तरह के Ai उपयोग अक्सर व्यवसायों में किया जाता है। यही वो चीज़ है जो सेल्फ-ड्राइविंग कारों को भी काम में लाती है इनकी याददाश्त सीमित होती है, जिसका अर्थ है कि ये केवल कुछ ही चीजें याद रखते हैं। और लोगों से बात करने के लिए उस जानकारी का उपयोग करते हैं
क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हमारे लिए खतरा है
पिछले कुछ वर्षों में (एआई) में कई नए आविष्कार हुए हैं। AI का उपयोग अब अलग-अलग Industries में किया जाता है, और अधिक से अधिक कंपनियां अपने Business को बेहतर बनाने के लिए Ai इस्तेमाल कर रही हैं जब AI इंसानों से अधिक तेज हो जाएगा तो, लोगों के लिए एआई को काबू में करना मुश्किल हो सकता है। तब एआई हर चीज़ को नियंत्रित कर सकता है
एआई कितना सुरक्षित है, इसके बारे में लोगों की अलग-अलग राय है। कुछ विशेषज्ञ सोचते हैं ये भविष्य में खतरनाक हो सकता है, लेकिन बहुत लोग इस बात से सहमत नहीं हैं। विशेषज्ञ का कहना है यदि हम इसको लेकर सावधानी नहीं बरतेंगे, तो भविष्य में कुछ बुरी चीजें घटित हो सकती है
एआई इतना लोकप्रिय क्यों हो गया है
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दिन पर दिन बेहतर हो रहा है जिससे कई लोगो को डर लग रहा कहीं उनकी नौकरी ना चली जाए, आज बहुत-सी कंपनियां एआई का इस्तेमाल कर रही है इसके इतने लोकप्रिय होने का कारण है ये इंसान की तरह समझना, बात करना और निर्णय लेना जैसे कठिन काम आसानी से कर सकता है।पर एआई के कई फायदे होने के बावजूद, इसमें कुछ समस्याएं भी हैं जिनके बारे में हमें सावधान रहने की जरूरत है। कभी-कभी ये गलत जवाब दे देता है दूसरी समस्या है कि बहुत-से लोग इसकी वजह से अपनी नौकरियाँ खो सकते हैं क्योंकि मशीनें वो काम कर सकती हैं जो मनुष्य करते है।हमे तय करना होगा कि इसका उपयोग अच्छे तरीके से किया जाए। वरना इससे बहुत-सी समस्याएं आ सकती है
एआई की आवश्यकता क्यों है?
हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करते हैं क्योंकि हमारे पास करने के लिए बहुत काम है और यह बढ़ता रहता है। इसलिए, जिन कार्यों को हम बार-बार करते हैं उन्हें मशीनों से कराना मददगार होता है। इससे समय की भी बचत होती है और हमें अधिक काम करने में मदद मिलती है।आपने बहुत-सी वेबसाइटों पर देखा होगा कि अक्सर जब आप उनपर visit करते है तो वहां (Welcome) Message Show होता हैं जो आपका स्वागत करता हैं। ये सब एआई का उदाहरण है कई Apps में भी इनका उपयोग किया जाता है लोगों से बात करने के लिए, लोग सोचते है की इन messages को इंसान भेज रहा है पर ऐसा नहीं है, बहुत कम ही मामलों में इंसान आपके सवालों का जवाब देता है, वरना आपसे Chat करने के लिए के AI bots होते है इसलिए आज एआई की आवश्यकता है
यातायात:
अभी तक ऐसी कार या बस नहीं बनी है जो पूरी तरह से बिना ड्राइवर के खुद चल सके, लेकिन वैज्ञानिक इस पर काम कर रहे हैं। वे पायलटों के लिए विमान उड़ाना आसान बनाने में मदद करने के लिए कंप्यूटर प्रोग्राम और मशीनों का उपयोग कर रहे हैं हालाँकि, Public transportation में एआई का उपयोग करना अभी भी मुश्किल है क्योंकि हम मशीनों पर अधिक भरोसा नहीं कर सकते है वो गलतियाँ करते हैं जिससे समस्याएँ हो सकती हैं।
एआई का भविष्य
आने वाले समय में Ai से कई Sectors को फायदा होने वाला है हालांकि, हम अपने रोजमर्रा के जीवन में बिना सोचे-समझे एआई का उपयोग कर रहे हैं। यह हमारे जीवन का एक सामान्य हिस्सा बन गया है जैसे एलेक्सा या सिरी से बात करना या चैटबॉट का उपयोग करना एआई को आज इस मुकाम तक पहुंचाने में कई साल लग गए चलिए, भविष्य में इससे होने वाले फायदों के बारे में जानते हैई-कॉमर्स:
भविष्य में, सोचने और सीखने वाले रोबोट ऑनलाइन शॉपिंग में काफी मददगार होंगे। वे हर चीज़ को बेहतर बनाएंगे, जैसे कि हम चीज़ें कैसे ढूंढते और खरीदते हैं, उन्हें अपने घरों तक कैसे पहुंचाते हैं। हम जो चाहते हैं उसे ढूंढना हमारे लिए आसान हो जाएगा और रोबोट हमसे बात करने में सक्षम होंगे हमें सही चीजें चुनने में मदद करेंगे।
हेल्थकेयर:
डॉक्टरों और नर्सों को अपना काम बेहतर ढंग से करने में मदद करने के लिए अस्पतालों और क्लीनिकों में एआई का उपयोग किया जाएगा। इससे उन्हें तेजी से और अधिक सटीकता से यह पता लगाने में मदद मिल सकती है कि किसी व्यक्ति को क्या बीमारी है। एआई Scientists को अधिक तेज़ी से काम करने और कम लागत पर नई दवाएं खोजने में भी मदद कर सकता है।
अभी तक ऐसी कार या बस नहीं बनी है जो पूरी तरह से बिना ड्राइवर के खुद चल सके, लेकिन वैज्ञानिक इस पर काम कर रहे हैं। वे पायलटों के लिए विमान उड़ाना आसान बनाने में मदद करने के लिए कंप्यूटर प्रोग्राम और मशीनों का उपयोग कर रहे हैं हालाँकि, Public transportation में एआई का उपयोग करना अभी भी मुश्किल है क्योंकि हम मशीनों पर अधिक भरोसा नहीं कर सकते है वो गलतियाँ करते हैं जिससे समस्याएँ हो सकती हैं।
साइबर सुरक्षा:
निश्चित रूप से, हमारी जानकारी को ऑनलाइन सुरक्षित रखना सभी कंपनियों के लिए महत्वपूर्ण है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता भविष्य में हमारी ऑनलाइन सुरक्षा को और भी बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। हम बुरी चीज़ों पर नज़र रखने और खुद को सुरक्षित रखने के लिए इसका उपयोग करेंगे। लेकिन कुछ लोग इसका उपयोग बुरे काम करने के लिए कर सकते हैं। वे दूसरों को नुक्सान पहुंचाने के लिए एआई का उपयोग गलत तरीके से कर सकते हैं और हम उन्हें रोक भी नहीं पाएंगे।
फायदे और नुकसान
फायदे
1. इंसानों से कम गलती
Ai वैसे तो काफी स्मार्ट है क्योंकि यह हमें कम गलतियाँ करने और अधिक सटीक होने में मदद करता है। किसी भी सवाल का जवाब देने के लिए ये अपने Algorithm का उपयोग करता है। यदि इसे सही ढंग से trained किया जाए तो, ये बहुत कम ही गलतियां करता है
2. शून्य जोखिम
एआई के बारे में एक अच्छी बात है कि ये हमारे लिए खतरनाक काम करके हमें सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है। जैसे, एआई रोबोट अंतरिक्ष में जा सकते हैं या समुद्र के गहरे हिस्सों का पता लगा सकते हैं। और बिना थके अपना काम अच्छी तरह से कर सकता है
3. 24x7 उपलब्धता
इंसान हर दिन केवल कुछ ही घंटे अच्छी तरह से काम कर सकता हैं फिर उन्हें आराम करने के लिए ब्रेक लेने की आवश्यकता होती है। लेकिन AI बिना ब्रेक के लंबे समय तक काम कर सकता है। एआई इंसान से जल्दी सोच सकता है, एक साथ कई काम कर सकता है अपने एल्गोरिदम की बदौलत ये किसी भी काम को बिना किसी समस्या के कर सकता है।
4. निष्पक्ष निर्णय
लोगों में भावनाएँ होती हैं जो उनके कार्यों को प्रभावित करती हैं, लेकिन AI में भावनाएँ नहीं होती हैं और ये तथ्यों के आधार पर निर्णय लेता है। एआई किसी भी निर्णय को लेने के लिए कोई भेदभाव नहीं करता
5. रोजाना इस्तेमाल
आजकल हम अपने हर काम के लिए फोन और इंटरनेट पर अधिक Depend रहते हैं। जैसे फोटो लेने, कॉल करने या मौसम का हाल चेक करने जैसे कई कामों के लिए बहुत-से Apps की मदद के लेते है ये ऐप्स इन बातों को समझने के लिए कि हम क्या चाहते हैं एआई-आधारित तकनीकों उपयोग करते हैं और हमें वह जानकारी देते हैं जो हमें चाहिए।
1. इंसानों से कम गलती
Ai वैसे तो काफी स्मार्ट है क्योंकि यह हमें कम गलतियाँ करने और अधिक सटीक होने में मदद करता है। किसी भी सवाल का जवाब देने के लिए ये अपने Algorithm का उपयोग करता है। यदि इसे सही ढंग से trained किया जाए तो, ये बहुत कम ही गलतियां करता है
2. शून्य जोखिम
एआई के बारे में एक अच्छी बात है कि ये हमारे लिए खतरनाक काम करके हमें सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है। जैसे, एआई रोबोट अंतरिक्ष में जा सकते हैं या समुद्र के गहरे हिस्सों का पता लगा सकते हैं। और बिना थके अपना काम अच्छी तरह से कर सकता है
3. 24x7 उपलब्धता
इंसान हर दिन केवल कुछ ही घंटे अच्छी तरह से काम कर सकता हैं फिर उन्हें आराम करने के लिए ब्रेक लेने की आवश्यकता होती है। लेकिन AI बिना ब्रेक के लंबे समय तक काम कर सकता है। एआई इंसान से जल्दी सोच सकता है, एक साथ कई काम कर सकता है अपने एल्गोरिदम की बदौलत ये किसी भी काम को बिना किसी समस्या के कर सकता है।
4. निष्पक्ष निर्णय
लोगों में भावनाएँ होती हैं जो उनके कार्यों को प्रभावित करती हैं, लेकिन AI में भावनाएँ नहीं होती हैं और ये तथ्यों के आधार पर निर्णय लेता है। एआई किसी भी निर्णय को लेने के लिए कोई भेदभाव नहीं करता
5. रोजाना इस्तेमाल
आजकल हम अपने हर काम के लिए फोन और इंटरनेट पर अधिक Depend रहते हैं। जैसे फोटो लेने, कॉल करने या मौसम का हाल चेक करने जैसे कई कामों के लिए बहुत-से Apps की मदद के लेते है ये ऐप्स इन बातों को समझने के लिए कि हम क्या चाहते हैं एआई-आधारित तकनीकों उपयोग करते हैं और हमें वह जानकारी देते हैं जो हमें चाहिए।
नुकसान
1. उच्च लागत
ऐसी मशीनें बनाना जो इंसान की तरह सोच और बोल सके, इनको बनाना काफी मुश्किल है। इनको बनाने के लिए लंबा समय, बहुत सारे पैसा और बेहतरीन तकनीक लगती है इसका मतलब किसी भी एआई को बनाने के लिए काफी पैसा खर्च किया जाता है
2. बेरोजगारी
Ai के आने से बहुत से लोगो की Jobs खतरे में आ गई है ये इंसानों के बहुत से कामों को आसानी से कर सकता है वो भी बिना गलती किए, एआई के चलते लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है वहीं कुछ लोगों का कहना है भविष्य में इसके चलते लोगों के लिए काम मिलना मुश्किल हो जाए
3. इंसान को आलसी बनाओ
इस टेक्नोलॉजी ने जितना हमारे काम को आसान कर दिया है उतना ही हमें आलसी भी बना दिया है आज लोग ज्यादातर कामों के लिए एआई का इस्तेमाल कर रहे है लेकिन AI पर बहुत अधिक निर्भर रहना आने वाली पीढ़ियों के लिए समस्याएँ पैदा कर सकता है।
4. कोई भावना नहीं
इंसानों में भावना होती है लेकिन एआई में भावनाए नहीं होती जब इंसान को निर्णय लेना होता हैं, तो वो सोचता हैं कि इससे उन्हें या दूसरों को कैसा महसूस होगा। लेकिन एआई और रोबोट में भावनाएं नहीं होती हैं, इसलिए ये केवल अपने पास मौजूद Data के आधार पर सोचते हैं कि सबसे अच्छा विकल्प क्या है। भले ही हम एआई को अपनी भावनाओं को समझना सिखा दें, लेकिन फिर भी ये इंसानों की भावनाओं को पूरी तरह से नहीं समझ सकता है
5. कोई सुधार नहीं
ये उन्हीं कामों को कर सकता है जिसके लिए इसको trained किया गया है। ये दोहराए जाने वाले कार्यों को करने में अच्छा है, यदि हम इससे कुछ अलग करने के लिए कहते हैं, तो ये बहुत बार गड़बड़ कर देता है इसलिए, हम एआई के द्वारा किए गए काम पर पूरी तरह से भरोसा से नहीं कर सकते, अगर हम चाहते हैं कि ये कुछ नया सीखे या किसी चीज़ में बेहतर हो जाए, तो हमें इसके Programming को बदलना होगा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंसानों की तरह सोच नहीं सकता है अभी के समय में, पर ये बहुत-सी जानकारी को याद रख सकता है
ज्यादा समझदार कौन हैं एआई या इंसान
अधिकांश लोगों का मानना है कि मनुष्य अभी एआई से अधिक स्मार्ट हैं, कम से कम अभी के लिए हम अपने शरीर और दिमाग की वजह से वो काम कर सकते हैं जो मशीनें नहीं कर सकतीं। हमारे शरीर और दिमाग में विशेष क्षमताएं हैं जो मशीनों में नहीं हैं। हम भावनाओं को महसूस और समझ सकते हैं, हम चीजों को जानते हैं क्योंकि हमने उनका अनुभव किया है एआई पहले की तुलना में तेजी से एडवांस हो रहा है हम देख रहे हैं कि एआई बहुत-सी चीजों में इंसानों से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। लेकिन कौन जानता है भविष्य में क्या होगा आज के समय में तो इंसान ही सबसे बुद्धिमान है क्योंकि उसने अपने जैसे बोलने, सीखने वाले रोबोट और Ai को बनाया हैFaq
Ans. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को सरल हिंदी भाषा में (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) कहा जाता हैं
Ans. जॉन मैकार्थी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जनक हैं
Ans. AI का उपयोग सभी लोग कर सकते है उदाहरण के लिए, चिकित्सा, परिवहन, विज्ञान, शिक्षा, सेना, कृषि, मनोरंजन, खुदरा, ग्राहक सेवा जैसे और भी बहुत से कार्यों में AI का इस्तेमाल किया जा सकता है